जीवन है तो सारे हैं वरना बेकार ये सारे हैं। जीवन है तो सारे हैं वरना बेकार ये सारे हैं।
एक ऐसा देश जो हमें, प्रकृति की गोद का एहसास कराता, एक ऐसा देश जो हमें, प्रकृति की गोद का एहसास कराता,
गहराती जा रही है रात, बात कर लें। शिकवे जो रहे गुस्ताख, राख कर लें। गहराती जा रही है रात, बात कर लें। शिकवे जो रहे गुस्ताख, राख कर लें।
इस कविता में मैंने वर्षा ऋतु का स्वागत अलग अलग लोगों द्वारा कैसे किया जाता है और अपने अंतरमन के विचा... इस कविता में मैंने वर्षा ऋतु का स्वागत अलग अलग लोगों द्वारा कैसे किया जाता है और...
श्रमदान और कर्मदान की तुम ही जीवित मूरत हो। श्रमदान और कर्मदान की तुम ही जीवित मूरत हो।
कैनवास के रंग.. कैनवास के रंग..